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Thursday, June 17, 2010

मेरी माँ......प्यारी माँ ..........


माँ एक छोटा सा शव्द लेकिन इस छोटे से शव्द में पूरी दुनिया समाई हैहमारी माँ ही होती है जो अपने बच्चों का हर दर्द , तकलीफ, ख़ुशी को बिना कहे जान लेती हैमाँ के आँचल में इतनी ममता होती है कि उसका बच्चा चाहे जैसा भी हो, लेकिन उसकी नज़र में अपने बच्चे के लिए प्यार कम नहीं होता, क्योकि माँ सिर्फ माँ होती है फिर चाहे वो माँ हो या सासु माँ


यहाँ मै जिक्र अपनी माँ का कर रही हूँ, जिन्होंने मुझे कभी ये अहसास ही नहीं होने दिया कि मैं अपनी जन्म देने वाली माँ को छोड़कर अपने ससुराल आई हूँउनके प्यार से मैं कभी ये समझ ही पाई कि मै इस परिवार के लिए नई हूँ


मुझे याद है वो समय जब में यहाँ पहली बार इस घर में आई थी, तो मैं इस घर के तौर - तरीकों से जैसे बिलकुल अनजान थीजब ये बात मैंने अपनी माँ से कही तो उनके स्नेह पूर्ण सहारे ने मेरे मन की सारी उथल - पुथल को शांत कर दिया


मैं उस समय को कभी नहीं भूल सकती जब मैंने अपनी रसोई में पहली बार खाना बनाया और उस खाने को सबसे पहले मेरी माँ ने चखा, तो उनके चेहरे की ख़ुशी और होठों पर मेरी बेइन्तहां तारीफ़ के शब्दों को सुनकर तो जैसे मैं फूली नहीं समां रही थीघर में सभी के खाना खाने के बाद जब मैंने खाना खाया तो जाना कि माँ का प्यार सिर्फ अपने बच्चों के चेहरों पर ख़ुशी देखने चाहता हैफिर चाहे उसे कितनी भी तकलीफों से क्यों गुजरना पड़ेक्योंकि उस खाने मैं तो नमक था और ही स्वाद


ऐसी जाने कितनी भूलों को नजरअंदाज़ करने वाली माँ को पाकर मैंने ये महसूस किया कि माँ भगवान का दिया वो वरदान है जो मुझे सहजता से मिला हैऐसी वरदान स्वरूपी माँ के चरणों में ह्रदय से नमन करती हूँ

*****प्रिया सिंह *****

6 comments:

VOICE OF MAINPURI said...

shandar shuruaat...

pankaj said...

a much awaited post . well written & heartiest feelings .

Neha (Bitiya) said...

जितनी आप समझदार लगती हैं उतनी समझदारी आपकी लेखनी में भी झलकती है ................
आप बहुत intellectual है !

ShyamKant said...

माँ के प्रति आप के लगाव को देखकर मेरी आँखे भर आयीं ऐसे मर्मस्पर्शीय लेख अति सराहनीय है .....................

SINGHSADAN said...

वाह जी वाह......
बहू जी भी रणक्षेत्र में उतर आईं..... अब हम जैसे तो चुप बैठ जाएँ वोही बेहतर. प्रिया क्या लेख लिखा है मम्मी के ऊपर....! बहुत मर्मस्पर्शी....भावनात्मक लेख. पहले ही लेख में जादू चला दिया तुमने.....!
मेरी बहुत बहुत शुभकामनाएं......!

*****PK

Pushpendra Singh "Pushp" said...

bahut hi sundar post
likhte raho...........