हैप्पी बर्थडे डिअर अक्षत .......................इस कविता के साथ बधाइयाँ ..........
नन्हे नन्हे हाथ तुम्हारे
छूने को बेताब है तारे
चंदा को मामा कहते हो
लगते हो तुम सब को प्यारे................
हंसते हो एसा लगता है
फूलों का कोई गुलदस्ता है
आँख मिचोली हँसी ठिटोली
ये सब है करतब तुम्हारे................
दुनियाँ की कोई समझ नहीं है
अपने पराये की पहचान नहीं है
मन जैसे है कोरा कागज
तुम हो सरे जग से न्यारे …..................
डग मग डग मग चाल तुम्हारी
मोहित सब जग के नर नारी
बातो में भी चंचलता है
हर दिल पर है राज तुम्हारे ….....
माँ को तुम अम्मा कहते हो
दादा को दादू कहते हो
नानी वही पुरानी
दादी के आँखों के तारे …...............
नन्हे नन्हे हाथ तुम्हारे
छूने को बेताब है तारे
चंदा को मामा कहते हो
लगते हो तुम सब को प्यारे................
हंसते हो एसा लगता है
फूलों का कोई गुलदस्ता है
आँख मिचोली हँसी ठिटोली
ये सब है करतब तुम्हारे................
दुनियाँ की कोई समझ नहीं है
अपने पराये की पहचान नहीं है
मन जैसे है कोरा कागज
तुम हो सरे जग से न्यारे …..................
डग मग डग मग चाल तुम्हारी
मोहित सब जग के नर नारी
बातो में भी चंचलता है
हर दिल पर है राज तुम्हारे ….....
माँ को तुम अम्मा कहते हो
दादा को दादू कहते हो
नानी वही पुरानी
दादी के आँखों के तारे …...............
नन्हे नन्हे हाथ तुम्हारे
3 comments:
नन्हे और प्यारे बेटे अक्षत को जन्म दिन की हार्दिक शुभकामनायें और बहुत बहुत आशीर्वाद!
अक्षत को जन्म दिन की हार्दिक शुभकामनायें
अक्षत को जन्म दिन की हार्दिक शुभकामनायें
PK
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