"........मैं ईंट गारे वाले घर का तलबगार नहीं,
तू मेरे नाम मुहब्बत का एक घर कर दे !.................."
कन्हैया लाल नंदन ने यह शेर जिस भी परिस्थिति में लिखा हो....मगर "सिंह सदन" के लिए यह मुकम्मल शेर है. रिश्ते सिर्फ संबोधन के लिए ही नहीं होते.....वे दरअसल जीने के लिए होते है......हर आदमी कभी किसी देहलीज़ पर भाई है तो किसी दर पर पति....हर औरत कहीं बहन है तो कहीं माँ......इन्ही रिश्तों में रची बसी कायनात को एक छत के अन्दर जिए जाने की कवायद ही है घर......."सिंह सदन" भी इसी कवायद का एक हिस्सा है........."सिंह सदन " से जुड़े हर एक शख्स और हर एक गतिविधि से परिचय करने के लिए ही ब्लॉग का सहारा लिया गया है ताकि जो भी लिखा जाए वो दिल से लिखा जाये.....और दिल से ही पढ़ा भी जाए.......!
9 comments:
LOOKING LIKE A SUPER COP .. WELL DONE MY CHILD ..LOVE $ GOOD WISHES
***** PANKAJ K. SINGH
इन फोटो को देखना सुखद अनुभव रहा ..........
आपका जबाब नहीं..............
आगे भी इंतजार रहेगा ..........
धन्यवाद.......
mast pic..
HS
kya lag rahe ho mama ji maja agaya photos dekh kar
बहुत ही सुन्दर फोटो श्यामू
जियो ........मेरे भाई
तुम जीवन पर्यन्त इतने ही सुन्दर और स्मार्ट लगते रहो
दिल खुश कर दिया तुमने .....|
bhaiya is dresh me aap bahut handsome lag rahe ho maza aa gaya.........
**tinku
गणतंत्र दिवस पर तुमने अच्छी तस्वीरें भेजी हैं.... एन्जॉय करो... Training is the best period in govt life....!
PK
Training with Modelling.....
HA HA HA>>>>
PK
DEAR CHACHA,
YOU ARE SHINING LIKE A SUN BECAUSE
THIS SHINE IS THE SYMBOL OF LOT OF HARD WORK AND PATIENCE...!!
LOOKING DASHING....PROMISING OFFICER.
MAY GOD YOU SHINE FOREVER......CHACHA JI.
SACHIN SINGH
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