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Friday, October 15, 2010

पहेली क्रमांक ११४१०

चूँकि अभी तक पहेली क्रमांक ११४१० का सही उत्तर देने में सभी असमर्थ रहे है
इसलिए कुछ क्लू देना अनिवार्य हो गया है हालाँकि अभी बड़े भइया का उत्तर नहीं आया है |
१- इस व्यक्ति के ऊपर ब्लोग पर अभी तक दो पोस्ट आचुकी है इनके ऊपर लिखी गयी एक पोस्ट में
यादगार शब्द जुड़ा है |
२- पहेली की

रहते पास बेगाने लगते

अपने से मतलब है रखते

इन दो लाइनों में जो बात लिखी गयी है यह परिवर्तन चाँद महीनों सिंह सदन वासियों ने इस व्यक्ति में देखा गया है

जबकि पहली दो पंक्तियों में लिखी बात उनका पैदाइशी गुण है |

अबतो औ जानही गए होंगे

सभी लोग पुनः उत्तर दे सकते है

7 comments:

pankaj said...

shri D.P.Singh

Sandeep said...

Shyamu mama

Chintu said...

Pramod bhaiya

SINGHSADAN said...

shyamu.....

*****
ANJU

ShyamKant said...

jony bhaiyya

yati said...

vimlesh mausa ji

batuk nath lallan prasad maal pani sheeti baja ke (balma) said...

mujhe lagta hai ans dena sambhav nahi