
सिंह सदन के सभी सदस्यों के लिए माह अगस्त बेहद व्यस्तताओं भरा रहा कुछ लोग
काम काज में व्यस्त रहे तो कुछ लोग पढाई में मगर अगस्त माह सिंह सदन के लिए बहुत ही
खुश हल रहा ...........रक्षा बंधन का त्यौहार भी बड़े निराले और आनंदमय तरह से मनाया गया |
सबसे महत्पूर्ण ख़ुशी यह रही की परम पूज्य बड़े भैया माननीय श्री पवन जी ने IAS की ट्रेंनिग
लाल बहादुर शाश्त्री नेशनल अकादमी में सफलता पूर्वक पूर्ण की और वहीँ से सिंगापूर के लिए रवाना हुए
मुझे लवासना में जाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ और IAS आफिसर्स के साथ ३दिन बिताने का मौका मिला
बहु ही अद्भुत नजारा है वहां का देश के टोपर्स को हंसी ठिटोली करते देख बहुत मजा आया मैने इस बात को
भली भांति समझा की लोग जितना ऊपर उठ जाते है उतना ही मै और अहम जैसे विकारों से दूर होजाते है
वहां पहुँच कर निसंदेह ही मैंने अपने आप को गौरवान्वित महसूस किया |
IAS आफिसर्स का जब बिदाई समारोह हुआ तो हंसी ठहाकों से शुरू होकर अंशुओं पर रुका बड़े भैया ने उस प्रोग्राम
में बहुत ही जबरदस्त एंकरिंग की | बड़े भैया जब भी कुछ करते है तो वह अपने आप में यूनिक होता है फिर चाहे वह मनोरंजन
का मैदान हो या प्रसाशनिक काम काज | वे महान है हम सब की शान है ..............
मैंने यह देख कर हैरान रह गया कि वंहा कि फेकल्टी इतने अच्छे एक्टर है जैसे वे IAS न हो कर किसी कला एकादमी में काम करते हों
बेहतरी परफोर्मेंस बेहतरीन डायलोग डिलेवरी मजा अगया | वहां मैंने जाना कि एक IAS आफिसर कुछ भी कर सकता है |
बड़े भैया ने विदेश यात्रा की और वहां भी देश का नाम रोशन किया |
उसके बाद उन्होंने बदायूं का चार्ज बखूबी संभाला है इस समय वे बदायूं में ही पोस्टेड है |
में उनके लिए चंद शब्द लिखूंगा ..........................
"शिखर शिरोमणि आप है
हम है दीन अनाथ
सर पर रहने दो मेरे
अपने दोनों हाथ "
उधर माननीय पंकज भैया का भी प्रमोशन हुआ और वे जोइंट कमिश्नर का पद भर नॉएडा में संभाला है |
पंकज भइया का भी अंदाज बिलकुल निराला है वे भी अपनी कार्य प्रणाली और अपने इस्टाइल के लिए पूरे प्रदेश में फेमस है
एक बार उनको देख कर बरबस ही मुंह से निकल जाता है की अधिकारी हो तो अपसा................
"सूरत शीरत इतनी प्यारी
मोहित सब जग के नर नारी "
उधर छोटे भाई श्याम कान्त ने भी PCS बहुत ही अच्छे नंबरों से पास किया है | बधाई के साथ
"सिंह सदन के राज दुलारे
भाइयों की आँखों के तारे
ख्वाब है सबके कंधे तुम्हारे
तोड़ न देना श्यामू प्यारे "
इस प्रगति को देखते हुए बधाई से काम नहीं चलेगा बधाइयाँ ही बधाइयाँ देनी पड़ेंगीं |
पिंटू