PRESENTATION PAPER NO.- 2
सिंह सदन ............तुझे सलाम !
आदरनीय बड़े भइया ने जो भी कहा में उनसे पुर्णतः सहमत हूँ ब्लॉग के स्वाद और आनंद को बयाँ नहीं किया जा सकता इस को सिर्फ दिल ही समझ सकता है |
१० अप्रैल को परम श्रधेय बड़े भैया "श्री पवन जी" के हाथों लगाया गया यह पौधा आज .........बृक्ष बन कर सिंह सदन को शीतल छाया प्रदान कर रहा है इसकी टहनियां पुरे देश में फ़ैल चुकी है और सभी इसके फलों का आनंद ले रहे है |
ब्लॉग ने शुसुप्त रिश्तों में नयी जन डालदी है | एक तरफ जहाँ एक दूसरे के विचारों को समझाने पढने का मौका मिला है वहीँ टेलीफोनिक कमियुनिकेशन भी बढ़ गया है सब को सब के बारे में पता है | और नजदीकियां बढ़ गयीं है | लोगों की प्रतिभाएं जो की छुपी हुई थी निकल कर सामने आयीं है | नए नए तथ्य निकल कर सामने आरहे है |
ब्लॉग के लेखकों की जितनी भी तारीफ की जाये कम है... शुरुआत बड़े भइया से करता हूँ पर उनके लिए मेरे पास शब्द नहीं है उनके लिए कुछ कहना सूरज को रौशनी दीखाने जैसा होगा
पर में बगैर कहे भी नहीं रह सकता क्योंकि दिल के उद्गार निकलने के लिए बेताब जो रहते है
"तुम से है हम सधे,तुम से ही आवाद
हम सब पर रखना भैया अपना आशीर्वाद |
आदरनीय पंकज भइया ने तो कमाल ही कर दिया उनमे आज भी वही लगन और जोश है जो आज से १०सल पहले था .......आंधियां भी उनको हिला नहीं पायीं | तमाम व्यस्तताओं के वाबजूद ब्लॉग को उन्हों ने कहाँ से कहाँ पहुंचा दिया ................तुम वाकई शहंशाहों के शहंशाह "अजीमो शान शहंशाह" हो तुम्हें खुदा हजारों साल तक सलामत रखे.......................!
प्यारे जोनी ब्लॉग पर तुमने बहुत ही बेहतरीन परफोरमेंस दी है और उससे बड़ी परफोर्मेंस तुमने असल जिंदगी में दी है में अपने दिल की ख़ुशी बयां नहीं कर सकता मुझे तुम पर गर्व ही
नहीं वल्कि घमंड भी है-
3 comments:
प्यारे पुष्प.....!
तुम्हारा आलेख काफी दिनों के बाद मिला....मगर देर आयद दुरुस्त आयद...!
तुमने ठीक कहा है कि ब्लॉग ने सुसुप्त रिश्तों में नयी जान डाल दी है | इससे एक दूसरे के विचारों को समझने का तो मौका मिला ही है, आपसी टेलीफोनिक वार्ताएं भी बढ़ी हैं. लोगों की प्रतिभाएं भी निकल कर सामने आ रही हैं....! तुम्हारा यह शेर दिल को छू गया.....
"तुम से है हम सधे,तुम से ही आवाद
हम सब पर रखना भैया अपना आशीर्वाद |
अब क्या कहूं....तुमसे बस यही कहूँगा कि अपना स्नेह ऐसे ही बनाये रखना.....!
पिंटू तुम्हारा कहना बिलकुल सही है ..........पंकज ने अपनी तमाम व्यस्तताओं के वाबजूद ब्लॉग को हर तरीके से सपोर्ट किया है.....पंकज की सक्रियता को दिल की गहराइयों से सलाम. जोनी की परफोर्मेंस ब्लॉग और असल जिंदगी दोनों जगह सराहनीय रही है.....! तुम्हारा आशीर्वाद तुम्हारे शेर में साफ़ झलक रहा है....!
इन सबके साथ श्यामू, दिलीप, बिटियाऔर संदीप ने भी अच्छी शुरुआत की वे भी बधाई के पात्र है |
दो बातें कहूँगा
तुम्हारा योगदान इन सबसे ऊपर है......आगाज़ तो तुम्ही ने किया था. शुरुआत तो तुम्हारी और प्रिय पंकज की ही है....यार !
तुमने चिंटू और लैला का नाम नहीं लिया.....!
अब ज्यादा नहीं लिखूंगा बोर हो रहे होगे
स्नेह सहित
*******PK
वाह भैय्या आप वास्तव में होनहार हैं ...................
मै आपसे बहुत प्रभावित हूँ ............................
आपसे मेरी मित्रता बहुत अनोखी है ...............
मै आप जैसे मित्र और भाई को पा के धन्य हो गया.............
मेरे यारा तुम गजब हो ये बात मेरे अलावा पठान भी जानता है ..........
हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा...........
चरण स्पर्श ............
प्रिय बड़े भाई पुष्प(शेरा).....................
आपसे बहुत दिन हो गए यज्ञोपवीत के बारे में चर्चा नहीं हो पाई मौका लगे तो ब्लॉग पे इस बात का ज़िक्र जरूर करें ......
और बहुत दिन हो गए है आपकी राउंड किक देखे हुए आपसे गुजारिश है कि ये किक with आवाज { वाक् ची } आये ...................
धन्यवाद् ,,,,,,,,,,,,
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