राग दरबार - vol - 2
लोरी गीत .................
बच्चा- मुझे लोरी सुनाओ मात मुझे निदिया न आये
माँ- मेरे प्यारे मोहन आओ तुम्हें लोरी सुनाऊं माता जी का वीणा बाजे नारद की कड़ताल सो जाये ये धरती अम्बर सो जाये पाताल मेरे प्यारे मोहन आओ तुम्हें लोरी सुनाऊं .......१
विष्णु जी का शंख नाद हो शिवजी डमरू बजाए सुन कर सारी इन्द्र लोक की परियां दौड़ीं आएं
मेरे प्यारे मोहन आओ तुम्हें लोरी सुनाऊं .........२
बच्चा- मुझे लोरी सुनाओ मात मुझे निदिया न आये
आँचल की तेरे छाया हो माँ सर पर तेरा हाथ वाणी से तेरी अमृत बरसे निदिया भी है साथ .....३
मेरे प्यारे मोहन आओ तुम्हें लोरी सुनाऊं ...
मेरी प्यारी मैया अब तो मुझे निदिया सताए ...
मेरे प्यारे मोहन आओ तुम्हें लोरी सुनाऊं ....
2 comments:
a full quality song.. it must be a part of a bollywood movie..are you listening .. suraj badjatya , karan , anurag , rajkumar,ashutosh...
***** PANKAJ K. SINGH
माँ बेटे के शाश्वत प्रेम को पदर्शित करता यह गीत मनभावन है........ लयबद्धता किसी भी गीत की जान होते हैं ख़ुशी हुयी की तुमने इसका ध्यान रखा है........
लिखते रहो प्यारे........ धन्यवाद.....!!!
PK
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