VOLUME--5
१७ फरबरी 1936 को महान अमेरिकी कार्टूनिस्ट, लेखक और ड्रामा निर्देशक ली फ़ॉक ने एक ऐसे केरेक्टर को जन्म दिया जो मेरे जैसे करोड़ों दिलों के बहुत करीब है ! जी हाँ ...आपने ठीक पहचाना मैं बात कर रहा हूँ फैंटम की !
The Phantom का जन्म...
Adventure comic strip के रूप में फैंटम का प्रकाशन एक दैनिक अखबार से शुरू हुआ ! बाद में 28 मई 1939 को color Sunday strip के रूप में इसका प्रकाशन शुरू हुआ !
जितनी भाषा उतने नाम...
फैंटम के कई निक नेम है मसलन... "The Ghost Who Walks", The Man Who Cannot Die , Guardian of the Eastern Dark ! हिंदी में इसके संस्करण ''बेताल'' और ''चलता- फिरता प्रेत'' के नाम से मशहूर हैं !
कुछ ख़ास है ...
फैंटम की ख़ास बात यह है की अन्य सुपर हीरो की तरह इसके पास किसी तरह की supernatural powers नहीं हैं ! उसके पास है तो बस एक तेज़ दिमाग , सुगठित और बेहद फुर्तीला शरीर, साहस और नेतृत्व क्षमता और दुनिया भर की अपडेट जानकारियाँ !
आदर्श भी है और आकर्षक भी...
फैंटम पर्यावरण और वनवासियों का रक्षक है !वन्य जीव उसके मित्र हैं और सभ्यता और संस्कृति की रक्षा के लिए वो सदैव तत्पर रहता है ! यानि फैंटम आदर्श भी है और आकर्षक भी.... यही कारण है की दुनिया भर के पचास करोड़ से ज्यादा पाठक उसके दीवाने हैं !
विश्व व्यापी लोकप्रियता
ली फ़ॉक ने १९९९ में आखिरी सांस लेने तक इस महान केरेक्टर पर काम जारी रखा!आज कल इसे प्रकाशित करने का काम Tony DePaul , Paul Ryan (Monday-Saturday) तथा Terry Beatty (Sunday) जारी रखे हुयें हैं !दुनिया भर के पचास से ज्यादा देशों में फैंटम की comic books आज प्रकाशित हो रही हैं !
महान कर्मयोगी थे ...ली फ़ॉक
भीष्म प्रतिज्ञा ....
२० साल के क्रिस्टोफर ने १५३६ की समुद्री यात्रा अपने पिता के साथ की थी इस जहाज़ को पायरेट्स ने रस्ते में लूटा और क्रिस्टोफर के पिता सहित सभी की हत्या पायरेट्स ने कर दी ! क्रिस्टोफर किसी तरह समुद्र में गिर गया... और बच गया ! समंदर के किनारे उसने अपने पूर्वजों की कसम खायी की... अपने पूरे जीवन को मानवता ,सभ्यता और संस्कृति, पर्यावरण और वनवासियों की रक्षा के लिए अर्पित कर देगा और उसके बाद उसके वंशज भी यही कार्य करेंगे !
१७ फरबरी 1936 को महान अमेरिकी कार्टूनिस्ट, लेखक और ड्रामा निर्देशक ली फ़ॉक ने एक ऐसे केरेक्टर को जन्म दिया जो मेरे जैसे करोड़ों दिलों के बहुत करीब है ! जी हाँ ...आपने ठीक पहचाना मैं बात कर रहा हूँ फैंटम की !
The Phantom का जन्म...
Adventure comic strip के रूप में फैंटम का प्रकाशन एक दैनिक अखबार से शुरू हुआ ! बाद में 28 मई 1939 को color Sunday strip के रूप में इसका प्रकाशन शुरू हुआ !
जितनी भाषा उतने नाम...
फैंटम के कई निक नेम है मसलन... "The Ghost Who Walks", The Man Who Cannot Die , Guardian of the Eastern Dark ! हिंदी में इसके संस्करण ''बेताल'' और ''चलता- फिरता प्रेत'' के नाम से मशहूर हैं !
कुछ ख़ास है ...
फैंटम की ख़ास बात यह है की अन्य सुपर हीरो की तरह इसके पास किसी तरह की supernatural powers नहीं हैं ! उसके पास है तो बस एक तेज़ दिमाग , सुगठित और बेहद फुर्तीला शरीर, साहस और नेतृत्व क्षमता और दुनिया भर की अपडेट जानकारियाँ !
आदर्श भी है और आकर्षक भी...
फैंटम पर्यावरण और वनवासियों का रक्षक है !वन्य जीव उसके मित्र हैं और सभ्यता और संस्कृति की रक्षा के लिए वो सदैव तत्पर रहता है ! यानि फैंटम आदर्श भी है और आकर्षक भी.... यही कारण है की दुनिया भर के पचास करोड़ से ज्यादा पाठक उसके दीवाने हैं !
विश्व व्यापी लोकप्रियता
ली फ़ॉक ने १९९९ में आखिरी सांस लेने तक इस महान केरेक्टर पर काम जारी रखा!आज कल इसे प्रकाशित करने का काम Tony DePaul , Paul Ryan (Monday-Saturday) तथा Terry Beatty (Sunday) जारी रखे हुयें हैं !दुनिया भर के पचास से ज्यादा देशों में फैंटम की comic books आज प्रकाशित हो रही हैं !
महान कर्मयोगी थे ...ली फ़ॉक
फैंटम के फेंस में बच्चों से बुजुर्ग तक , महिलाएं ,पुरुष ,युवा , तरुण सभी शामिल हैं !Mandrake the Magician की सफलता के बाद प्रकाशकों के आग्रह पर एक नए केरेक्टर के रूप में ली फ़ॉक ने फैंटम की रचना की थी !13 मार्च 1999 को अपनी मर्त्यु से कुछ दिन पूर्व ली फ़ॉक ने अपना oxygen mask हटाकर फैंटम के एडवेंचर dictate कराये थे !ऐसे महान कर्मयोगी थे ली फ़ॉक !
भीष्म प्रतिज्ञा ....
२० साल के क्रिस्टोफर ने १५३६ की समुद्री यात्रा अपने पिता के साथ की थी इस जहाज़ को पायरेट्स ने रस्ते में लूटा और क्रिस्टोफर के पिता सहित सभी की हत्या पायरेट्स ने कर दी ! क्रिस्टोफर किसी तरह समुद्र में गिर गया... और बच गया ! समंदर के किनारे उसने अपने पूर्वजों की कसम खायी की... अपने पूरे जीवन को मानवता ,सभ्यता और संस्कृति, पर्यावरण और वनवासियों की रक्षा के लिए अर्पित कर देगा और उसके बाद उसके वंशज भी यही कार्य करेंगे !
"I swear to devote my life to the destruction of piracy, greed, cruelty, and injustice, in all their forms! My sons and their sons shall follow me."
The Phantom in 1536
The Phantom in 1536
आशियाना ...
फैंटम का निवास अफ्रीका में कहीं डेनकाली के जंगल हैं !कुछ देशों में विभिन्न संस्करण इसे Deep Woods of Bengali (originally "Bengalla", or "Bangalla" ) का नाम भी देते हैं !सभी वनवासी फैंटम को अपना रक्षक मानते हैं ...और उसके प्रति अटूट श्रद्धा भाव रखते हैं !
फैंटम की ख़ास पहचान...
फैंटम की ख़ास पहचान उसके दो चिन्ह हैं ..."The Good Mark", मित्रों और उनपर मिलता है जो फैंटम की सुरक्षा प्राप्त हैं... जबकि "The Evil Mark" or "Skull Mark" दुश्मनों की पिटाई करते समय फैंटम उनके चेहरे पर जड़ देता है !
डेविल और हीरो ....
इनके बिना तो फैंटम की बात ही अधूरी है !ये फैंटम के दो ख़ास सहायक हैं डेविल और हीरो ! ''डेविल'' भेड़िया है जबकि ''हीरो'' घोडा ! फैंटम ने एक अनाथ '' रेक्स ''को पाला है और अनोखा बाज़ फ्राका भी उसका प्रशिक्षित है !
२१ वां फैंटम ....
किट वाकर २१ वां फैंटम है ! मिसिसिपी में अपनी पढाई के दौरान वह डायना पामर से मिलता है !
सीरियल और फ़िल्में बनी ....
फैंटम पर विभिन्न देशों में विभिन्न सीरियल और फ़िल्में बनी हैं जिनमे १९९६ में पेरामौंट पिक्चर्स द्वारा बनी The Phantom प्रमुख है !विली जेन ने इसमें मुख्य भूमिका निभाई थी ! फैंटम काला मास्क और purple skintight bodysuit पहनता है ! वह दो M1911 pistols धारण करता है !
"Fantomenland" की स्थापना - एक कड़वा सच ...
Swedish zoo Eskilstuna में "Fantomenland" की स्थापना की गयी है ! इसका उद्घाटन स्वयं ली फ़ॉक ने किया था पर दुर्भाग्य वश इसे वर्ष २००० में बंद कर दिया गया जानते हैं क्यों ? क्यों की अथोरिटी का मानना था की अब फैंटम बच्चों में उतना लोकप्रिय नहीं रह गया जितना पिछले दशक तक हुआ करता था !
सच ही है टेलीविजन और इंटरनेट ने आज बच्चों को बच्चा रहने ही कहाँ दिया है ! क्या हमारी संस्कृति सभ्यता और कला की अमूल्य धरोहरों को बचाने के लिए हमारे पास कोई ठोस योजना है ? पर्यावरण, मानवता ,सभ्यता और संस्कृति के ऐसे अनोखे रक्षक की दुनिया को सदैव जरुरत है !
* * * * * PANKAJ K. SINGH
7 comments:
shandar likha..bachpan ki yaaden taza ho gyin..
hirdesh
bahut sundar
aur nayapan hai
is lekh me vakai apne ek bar fir
proof kar diya ki ap kisi bhi vishy par kitna hi likh sakte
hai
लेख बहुत सुंदर लिखा
पर फेंटम के बारे में मेरा अभी भी यही कहना है
की ये हीमेन से नहीं जीत सकता
मेरे हिसाब से पावर में क्रम ये है
१.हीमेन
२.सुपरमेन
३.महाबली शाका
४.साबू
५.ध्रुव
६.फेंटम
श्यामकांत
फेंटम या हिंदी में 'बेताल' मेरा हमेशा से ही फेवरिट रहा है ... पंकज भाई इस गजब पोस्ट के लिए बहुत बहुत आभार !
Aapke ye parne ke baad kuch aisi pata chala jo phantom ke bare me pata hi nahi tha, aur is umar me jaan ke bahut accha laga............ great job, thanks.
lt was a very interesting write up ...had a smile on my face throughout as i read it....the writeup brought back childhood memories ....thanks.....and yes its really sad to know that kids now a days are gradually getting more and more weaned off from reading and playing outdoor games and are getting hooked on to internet and tv
मेरे हिसाब से पावर में क्रम ये है
१.श्यामकांत मेरा(सुपर हीरो)
2.हीमेन
3.सुपरमेन
4.महाबली शाका
5.साबू
6.ध्रुव
7.फेंटम
8-डोगा
9-बांके लाल
10-हवालदार बहादुर
11-नागराज
psingh
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