बुद्धं शरणम् गच्छामि ...
...इससे बेहतर और क्या हो सकता था कि '' बुद्ध पूर्णिमा '' के पावन अवसर पर हम पवित्र बौद्ध स्थल '' कुशीनगर '' में थे ! गोरखपुर से कोई एक घंटे की सड़क यात्रा के बाद भैया , भाभी , मैं , जोनी , प्रिया , ईशी और लीची इस पावन स्थल पर पहुंचे !
... हम सभी ने बुद्ध की आदम कद लेटी हुई दुर्लभ प्रतिमा के दर्शन किये ! सुरम्य प्राकृतिक वातावरण में चारों ओर '' धम्म चर्चा '' हो रही थी .....चारों ओर बिखरी प्राकृतिक सुन्दरता और आध्यात्मिक पवित्रता हमारे ह्रदय को निर्मल कर रही थी !
बुद्ध के व्यक्तित्व ..कृतित्व एवं दर्शन ने मेरे जीवन पर अमिट प्रभाव छोड़ा है ! निश्चय ही पूरे विश्व में आज तक उनसे बड़ा दार्शनिक ...महामानव ... आध्यात्मिक ... साहसी .. और न्यायप्रिय चिन्तक कोई नहीं है... वे ही थे जिन्होंने हमे दुखों से पूर्ण मुक्ति का सहज मार्ग दिखलाया !
... यहीं कुछ ही दूरी पर थाईलैंड के सहयोग से निर्मित खूबसूरत मंदिर भी हमने देखा ! सुनहरे रंग में लिपटे यह बौद्ध मंदिर बेहद भव्य थे ! यहाँ एक विशिष्ट शैली में वृक्षों को काटकर उन्हें ऐसा सुन्दर रूप दिया गया है ...जिसे हम अपलक बहुत देर तक निहारते ही रह गए ! भैया ने बताया कि कुशीनगर में एक विशाल बौद्ध स्मारक एवं संग्रहालय का प्रोजेक्ट प्रस्तावित है !
...हम सभी ने ये दुआ की कि कुशीनगर की पवित्रता एवं सुन्दरता ...सदैव यूँ ही अक्षुण रहे ! भगवान बुद्ध के चरणों में शीश रखकर हमने प्रभु का आशीर्वाद माँगा ! ... इस यात्रा में हमारे करीबी प्रिय मित्र श्री जयंत सिंह , श्री संजय राय एवं श्री स्वतंत्र कुमार भी साथ थे ! इस आनंद पूर्ण यात्रा की सुनहरी यादें हमारे दिलों में सदैव सुरक्षित रहेंगी ! !
* * * * * PANKAJ K. SINGH
3 comments:
पंकज, बहुत सुन्दर चित्रण किया है कुशीनगर यात्रा का......वाकई बहुत एन्जॉय किया बीते चार पांच दिनों में हम सबने ! ...अब जब कि तुम सब चले गए हो तो बीते दिनों को लेकर मैं- अंजू -इशी-लीची "नोस्टाल्जिया" की स्थिति में हैं ....... WE are really missing to all of you......!
PK
पंकज, बहुत सुन्दर चित्रण किया है कुशीनगर यात्रा का......वाकई बहुत एन्जॉय किया बीते चार पांच दिनों में हम सबने ! ...अब जब कि तुम सब चले गए हो तो बीते दिनों को लेकर मैं- अंजू -इशी-लीची "नोस्टाल्जिया" की स्थिति में हैं ....... WE are really missing to all of you......!
PK
bhiya
achha yatra vratant ....abhar
Post a Comment