पहेली-1
अपने घरेलू ब्लाग की पहेली-1 पर समस्त पाठकों की प्रतिक्रियाएं उत्साह वर्धक रहीं। इस पहेली में पहला उत्तर ब्लाग के उप सम्पादक पिंटू का आया लेकिन यह उत्तर गलत था। इसके बाद परिवार के सदस्यों ने काफी माथापच्ची की और अपने-अपने उत्तर ब्लाग तथा मोबाईल पर भेजे। जैसा कि पहेली से स्पष्ट था कि पहेली के तीनों संकेत वाक्य अपने आप में कुछ न कुछ छिपाये हुए थे, किन्तु उत्तर दाताओं ने बहुत जल्दबाजी में सरसरी तौर पर पढ़ते हुए उत्तर दिये और इसका परिणाम यह हुआ कि सात उत्तर प्राप्त हुए जिनमें कि एक भी उत्तर सही नही मिला।
पहेली की पहली पंक्ति थी कि मेरा ताल्लुक एक ‘गाँव’ से है। यहाँ गाँव शब्द इनवर्टेड कामा में बन्द किया गया था, जिससे स्पष्ट था कि यह शब्द पहेली बुझाने में महत्वपूर्ण होगा, किन्तु पाठकों ने इस शब्द पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया। पाठक सिर्फ ‘ज्ञान’ और ‘चिकित्सकों को खुराक देने’ तक ही सीमित रहे। पहेली का उत्तर है- हमारी छोटी मामी।
उनका ताल्लुक एक गाँव अर्थात ‘पिपर गाँव’ से है। जो ज्ञान उनके पास है वह है- ज्ञान सिंह और अंतिम संकेत था कि वे चिकित्सकों को भी खुराक देने में भी उनकी कोई सानी नही है, तो स्पष्ट है कि वैद्य जी और डॉ0 रमन जैसे दो चिकित्सकों को भी वे अच्छी खुराक देती हैं।
बहरहाल आप सबका सक्रिय होना इस पहेली का अंतिम लक्ष्य था, जो सफल हुआ। सही उत्तर न मिला .............न सही .............अगली पहेलियों में यह कमी भी पूरी हो जायेगी।
1 comment:
वाह................... गुरदेव
मेरा दंडवत प्रणाम स्वीकार करें
कमाल कर दिया आपने हम तो आपकी हर अदा के कायल है
क्या पहेली बनाई आपने मेरे पास आपके लिए शब्द नहीं है | बस आप समझ सकते है |
एक बार फिर प्रणाम ...............स्वीकारें
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