VOLUME--- 9
SRI SANTOSH KUMAR JI ...
"जनाब संतोष जी बेहद गंभीर और धैर्य को ध्रर्ण करने वाले व्यक्ति है ...और रिश्तों और मर्यादाओं के प्रति चिंतनशील भी | "
......पुष्पेन्द्र सिंह (गीतकार )
......आज हम लोग जिन शख्स को परीक्षा की इस विशाल कसौटी पर बिठाने जा रहे है वह किसी परिचय के मुहताज नहीं है ... सारा सिंह सदन उनसे मुखातिब है |
....जी हाँ में बात कर रहा हूँ जनाब संतोष जी की ! संतोष जी एटा जिले के पटियाली ग्राम के निवासी है और बहुत ही सज्जन और सादगी भरा जीवन है उनका ! वे तडक - भड़क और दिखावे में यकीन नहीं रखते उनका गहना उनकी मुस्कान है .... जो हलके से कभी - कभी लबों पर विखर जाती है ! उनका अपना खुद का व्यवसाय है जिस से वे अच्छी प्रतिष्ठा पा रहे है |
.....हमारा मानना स्पष्ट है कि संतोष जी निहायत ही शरीफ एवं शिष्ट व्यक्ति हैं ....और इस कर्मक्षेत्र में अब तक उन्होंने अपनी भूमिका को बेहद साफ़- सुथरे ढंग से निभाया है.... जिसके लिए वे भूरि- भूरि प्रशंषा के पात्र हैं !
..तो आइये एक नज़र डालते हैं उनके इस शानदार सफ़र पर....
COMPREHENSIVE PERSONALITY TEST REPORT CARD OF SRI SANTOSH KUMAR JI ...
- 1. व्यक्तित्व * 1.5
- 2. रिश्तों में मर्यादा एवं उत्तरदायित्व की भावना * * 1.5
- ३. जीवन मूल्यों के प्रति आग्रह * * 1.5
- ४. भौतिक उपलब्धियां * * 2
- ५. लोक जीवन एवं सार्वजनिक छवि * * 1.5
- ६. स्वास्थ्य एवं अनुशासन * * 1
- ७. जीवन में आध्यात्मिकता एवं चिंतन शीलता * 1
- ८ . सत्य का अनुश्रवण एवं सत्य का साथ देने की क्षमता * 1
- ९. जनहित एवं सेवा भावना * 1.38
- १०. आत्मविश्वास एवं प्रतिकूल परिस्थितियों से जूझने की क्षमता * * 1.63
- ११. निर्विकार एवं निर्दोषता * * 2
- १२. जिज्ञासु एवं नित नया सीखने की ललक * 1.13
- १३. रचनात्मकता * 1
- १४. वाक् निपुणता एवं भाषण शैली * 1.38
- १५ .आत्म द्रष्टि एवं दूरद्रष्टि * 1.5
- १६. साहस एवं निर्भीकता * 1.5
- १७. सिंह सदन के गौरव को बढ़ाने में योगदान * 1
- १८. अन्य सदस्यों को प्रेरित करने की नेतृत्व क्षमता * 1
- १९. प्रगतिशील द्रष्टिकोण एवं निरंतर प्रगति की ललक * 1
- २०. निस्वार्थ एवं कपट रहित जीवन * 1.5
- TOTAL SCORE IS .... 27.02
STATUS REPORT--- संतोष जी का व्यक्तित्व उत्तम है ...और उन पर इश्वर की विशेष कृपा है ! उनका द्रष्टिकोण प्रगतिशील है और वे निकट भविष्य में सिंह सदन के खाते में कुछ बड़ी उपलब्धियां डाल सकते हैं ! उनकी सबसे बड़ी प्रत्यक्ष खाशियत है... कि वे ना - नुकुर और रूठने- मानाने की चारित्रिक - सामाजिक कुरीतिओं से काफी हद तक मुक्त है !
CADRE---- प्रगति शील एवं विकासोन्मुख
MODEL--- सुग्रीव ,अश्वत्थामा, नन्द (मथुरा वाले ,कृष्ण युगी ), संजय ( महाभारत कालीन ) आदि !
* * * * * PRESENTED BY PANKAJ - PUSHPENDRA
2 comments:
CADRE wise Difrence
accha idea hai...
maja ayega...
एक बाद एक..... लग रहा है अब बहनोयीओं की बारी है.....! संतोष जी के चरित्र को जिस तरह वर्गीकृत किया हगाया है वो काबिले तारीफ़ है.... उनके विश्लेषण के बाद 'मॉडल' का सम्बद्धीकरण उनके चरित्र विश्लेषण का सर्वाधिक प्रभावी पक्ष रहा. सही कहा आपने कि वे ना- नुकुर वाले परंपरा के नहीं हैं.... मगर बहनोईगत ऐंठ उनमे भी दृष्टगत होती रही है...... साले- बहनोई और ससुर दामाद के रिश्तों को लेकर उनकी दृष्टि बहुत पैनी है.
PK
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