SINGH SADAN HALL OF FAME ..
VOLUME--- 32
|
आहा मज़ा ही आ गया ... |
|
आहा कुकीज़ ..मीठी ..मीठी |
|
प्लीज ... मुझे अकेला छोड़ दो ... तखलिया |
|
हम भी अगर बच्चे होते नाम हमारा होता ..चुन्न मुन्नू |
|
मैंने कहा न ... DON'T DISTURB ME .. |
|
हम आपकी भी सुनेंगे ..और उनकी भी सुनेंगे |
****** COMPILED & EDITED BY PANKAJ K. SINGH
No comments:
Post a Comment