संपादक की कलम से ...
बंधुओं....
इधर कई दिनों बाद आपसे मुखातिब हो रहा हूँ ! कामों की व्यस्तता अधिक रही है और समय निकल पाना मुश्किल हो रहा था..... बहरहाल अब कोशिश होगी की मुलाकातें और लेखनी एक निरंतरता पकड़ें !
अन्य लेखकों से भी अनुरोध है की वे भी कुछ गति पकड़ें तो मज़ा आये !
......तो अब आइये कुछ हमारी आपकी घर- द्वार की बातें हो जाएँ ...
बचपन में गर्मियां बड़ी सुहानी लगती थी ! गाँव जाते और मजे करते ..वे सुहाने दिन याद आते हैं.... एक दर्ज़न भाइयों के साथ मौज मस्ती !
बतौर जिलाधिकारी ५० दिन पूरे
भैया पूरे जोर शोर से चंदौली को संभाले हुयें हैं ! उन्हें बधाई की उन्होंने बतौर जिलाधिकारी ५० दिन पूरे कर लिए हैं ! हर एक दिन को उन्होंने एक सच्चे कर्मयोगी की भांति जिया ! हम उनके प्रयासों की भूरी भूरी सराहना करते हैं !
श्यामू भी अपने प्रशिक्षण कार्यक्रम में कड़ी मेहनत कर रहे हैं ! तपती दोपहर में ४८ डिग्री सेल्सियस के तापमान में वे घंटों पसीना बहा रहे हैं ! उनकी मेहनत वाकई काबिले तारीफ है !
जोनी और पिंटू भी अपने कार्यों में व्यस्त हैं ! पिंटू इधर कुछ कारोबारी दिलचस्पी लेते दिख रहे हैं जिसकी मैं सराहना करता हूँ !
दिलीप सिविल सर्विस के लिए कोचिंग करने दिल्ली में है और मिलते रहते हैं उन्हें शुभकामनाएं ! डगर कठिन है ... और सफ़र लम्बा है... बहुत मेहनत करनी है !
एक संपादक के रूप में लेखकों से निवेदन है की वे थोडा समय निकाल कर अपने कॉलम लिखना जारी रखें ! मैं भी अपने कॉलम पर काम कर रहा हूँ और जल्द ही आपके सामने कुछ नया लेकर आने वाला हूँ !
खैर तपती गर्मियों में अपना ख्याल रखिये और बढ़िया साहित्य और संगीत के साथ गर्मियों का आनंद लीजिये ...और हाँ बढ़िया शीतल पेय भी लेते रहिये !
...... फिर जल्द मुलाक़ात के वादे के साथ ....
***** पंकज के .सिंह
4 comments:
bahut khub..hirdesh
bahut sundar poast bhaiya
badhai
bhaiya
bahut sundar post
badhaiyan
दुरुस्त फ़रमाया आपने, फिर से हम सबको हम सबकी जरूरत है. काम बहुत है वक्त कम है मगर इसी में से वक्त निकालना है. श्यामू पिंटू हृदेश संदीप सबकी खबर मिल गयी.... !
PK
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